द्वितीय विश्व युद्ध के बाद से वैश्वीकरण मुख्य रूप से अर्थशास्त्रीयों, व्यापारिक हितों और राजनीतिज्ञों के नियोजन का परिणाम है जिन्होंने संरक्षणवाद और अन्तरराष्ट्रीय आर्थिक एकीकरण में गिरावट के मूल्य को पहचाना। उनके काम का नेतृत्व ब्रेटन वुड्स सम्मेलन और इस दौरान स्थापित हुई कई अन्तररराष्ट्रीय संस्थाओं ने किया, जिनका https://directoryglobals.com/listings13036468/the-smart-trick-of-vashikaran-that-no-one-is-discussing