प्रतीत्यसमुत्पाद को गौतम बुद्ध की शिक्षाओं का सार कहा जाता है। इस सभ्यता में मातृदेवी की उपासना का प्रमुख स्थान था। साथ ही पशुपति, लिंग, योनि, वृक्षों एवं पशुओं की भी पूजा की जाती थी। अरिकमेडू (पुदुचेरी के निकट) से रोमन सिक्के प्राप्त हुए हैं। अगले पेज पर आप देख https://waltg864azs5.bmswiki.com/user